रविवार, जुलाई 11, 2010

दोहा - सास-बहू

 सास बहू  से  कह रही  ,क्यों  पहिने  ये पेंट , 
साडी   का  फैशन  गया , लगे  पेन्ट  डीसेंट  |

सासू  माँ की  बात को ,बहु ने किया  रिजेक्ट ,
थैली  का  आंटा  सदा   , होता है    परफेक्ट |

सासूजी   हतप्रभ   हुई   ,सुन   बहुजी   की   राय ,
घंटी  पूजा  की   बजे     , नींद   टूट    है      जाय  |

सास   बनाती  बेड  -टी  , खोल  बहू     तू     गेट ,
नों    सुबह   के  बज    गए , आफिस   होगी  लेट  |

सास -बहू    तकरार   का  ,   समाधान  है    एक ,
माँ  बेटी   बनकर  रहें  ,  रक्खें  सदा    विवेक    |