सभी तैयार हो गये हमसे बोले -जरा दो मिनट सोफे पर बैठें इतने में बहु ने एक बड़ा सा केक लाकर टेबिल पर रख दिया और जोर -जोर से चिल्लाने लगे -हेप्पी बर्डे टू पापाजी -हेप्पी बर्डे टू पापाजी हम पति -पत्नी अचंभित रह गए
इतने में हमारी छोटी सी नतिनी ने केक काटकर हमारी सहायता की | फिर सभी लोग मंदिर की ओर चढ़ चले |
विश्वविद्यालय के केम्पस में अद्भुत मंदिर बना हुआ है | ईश्वर के दर्शन कर हमें घुमाने के बहाने शिमला की ओर ले चले फिर गाड़ी को निर्जन पहाड़ी की ओर मोड़ दिया थोड़ी देर चलने के बाद एक पहाड़ी पर रोक दिया पता चला
यह "होटल आमोद " है हमने कहा की तुमतो घर पर ही अच्छे व्यंजन बनाने वाले थे ,क्या हुआउस सबका सब बच्चे मिलकर बोले -हमारा सरप्राइज कैसा लगा ? तब अचानक ये दो छक्के -बन गए ---------
आज सुबह से आ रहे , नए- नए इमेलखाना पीना और तो , नींद हो गई फेल |
नींद हो गई फेल ,अलग फुनवा गुर्रावे ,
कितने के हो गए, शरदजी सच बतलावें |
भांति- भांति के प्रश्न मित्रगण पूंछ रहे हें ,
दावत-फावत छोड़ ,हिमाचल घूम रहें हें |
बच्चों संग मना रहे , बर्डे कवी राकेश ,
पहुँच हिमाचल वे गए ,छोड़ा प्रश्न -प्रदेश |
छोड़ा प्रश्न प्रदेश , यहाँ केवल उत्तर हें ,
हम दोनों के संग यहाँ ,बहू और पुत्तर हें |
हेप्पी - बर्डे आशू , चारू शोर माचैया ,
गुडिया -चिड़िया सब मिल नाचें ताता-थैया |