गाँधी की धरती पर बैठ कर इतनी ईमानदारी ऐसी बात नहीं कि सरकार केतन देसाई साहब को नहीं जानती थी |
जानती तो थी लेकिन उसकी निगाह में इतना ईमानदार बेईमान अफसर और कोई नहीं दिखा ,जो बईमानी के पैसे
को इतनी ईमानदारी से बन्दर -बाँट कर सके ........|
bhrastachar ghun k saman hai.
जवाब देंहटाएं" " im speachless.
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