poetry


 

ब्रक्ष उगाओ और

प्रदूषण दूर भगाओ से
प्रभावित होकर ही ,
हमारे नेतागण ब्राक्षारोपन 
करते हैं ,और
जमकर उसका रिटर्न लेते हैं .....|


पेड़ से लकड़ी ,
लकड़ी से कुर्सी तकड़ी ,
कुर्सी पर नेता
नेता ही लेता ,

कुर्सी यानिकी पद ,
पद का ही मद ,
मद यानिकी खुमार ...,
जबकि लोग कहते हैं इसे भ्रष्टाचार .........|



भ्रष्टाचार ही है ,

नेता का भूषण ,

जबकि ,नेता निर्लिप्त है ..

ये ससुरा पेड़ ही फैलता है प्रदूषण ,,,,,,,,,,,?